Shri Hanuman Ji aarti
आरत्या

Shri Hanuman Ji aarti | हनुमान जी की आरती

Shri Hanuman Ji aarti | हनुमान जी की आरती आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की।। जाके बल से गिरिवर कांपे। रोग दोष जाके निकट न झांके।। अंजनि पुत्र महाबलदायी। संतान के प्रभु सदा सहाई। दे बीरा रघुनाथ पठाए। लंका जारी सिया सुध लाए। लंका सो कोट समुद्र सी खाई। जात पवनसुत […]

Shri Sant Balu mama Aarti
आरत्या

Shri Sant Balu mama Aarti | श्री संत बाळूमामा आरती

Shri Sant Balu mama Aarti | श्री संत बाळूमामा आरती जयदेव जयदेव जय बाळूमामा । आरती ओवाळू तुज कैवल्य धामा || धनगर कुलाचा उद्धार झाला । अवतरले संत अकोळ गावाला । बालपणी त्यानी चमत्कार केला । वस्तीचे दर्शन भोजन थाळीला ॥ १ ॥ जयदेव जयदेव जय बाळूमामा । मेंढ्या राखिती उन्हातानात । मुक्या प्राण्यावर अपार

मंत्र

Shanti mantr | शांती मंत्र

Shanti mantr | शांती मंत्र शांती श्लोक (शांति मंत्र) हे प्राचीन भारतीय वेद, उपनिषद आणि शास्त्रांमधील श्लोक आहेत, जे शांती आणि समृद्धीची प्रार्थना करतात. येथे काही प्रसिद्ध शांती श्लोक आणि त्यांचे मराठी अर्थ दिले आहेत:        1  शांती मंत्र (ऋग्वेद): ॐ द्यौः शान्तिरन्तरिक्षँ शान्तिः पृथिवी शान्तिरापः शान्तिरोषधयः शान्तिः। वनस्पतयः शान्तिर्विश्वेदेवाः शान्तिर्ब्रह्म शान्तिः सर्वँ शान्तिः शान्तिरेव

Radha Rani Shlok
प्रेरणादायक संस्कृत श्लोक

Radha Rani Shlok | राधा रानी श्लोक

Radha Rani Shlok | राधा रानी श्लोक राधा रानीची स्तुती करणारे श्लोक भक्तांमध्ये खूप प्रिय आहेत. खालील श्लोक राधा रानीच्या प्रेम, भक्ती, आणि दिव्यता यांचे वर्णन करतात. तसेच, प्रत्येक श्लोकाचा मराठीत अर्थही दिला आहे: तप्तकांचन गौरांगी राधे वृन्दावनेश्वरी। वृषभानुसुते देवी प्रणमामि हरिप्रिये॥ अर्थ: तप्त सोनेरी रंगाची गौरांगी, वृन्दावनाची राणी, वृषभानुची कन्या, हे देवी राधा, हरिप्रियेला

सफलता पर संस्कृत श्लोक

Shri ganesh shlok | श्री गणेश श्लोक 5

Shri ganesh shlok | श्री गणेश श्लोक 5 ॐ गं गणपतये नमः (Om Gam Ganapataye Namaha) Hindi Meaning: ओंकार स्वरूप गणपति भगवान को नमस्कार है। Marathi Meaning: ओंकारचे स्वरूप असलेल्या गणपती देवाला नमस्कार आहे। वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ । निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ Hindi Meaning: वक्रतुण्ड, विशालकाय, सूर्यकोटि समान प्रकाशसम्पन्न गणेश, हे देव,

Women-Empowerment-Quotes-in-Hindi
प्रेरणादायक संस्कृत श्लोक

Women Empowerment Quotes in Hindi | नारी के सम्मान श्लोक 5

Women Empowerment Quotes in Hindi | नारी के सम्मान श्लोक नारी के सम्मान और महिमा को व्यक्त करने वाले कई श्लोक हिन्दू धर्मग्रंथों में मिलते हैं। यहाँ कुछ प्रमुख श्लोक दिए जा रहे हैं: महिला के प्रति सम्मान: यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः। यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाः क्रियाः॥ अर्थ: जहाँ नारियों का सम्मान होता

Sanskrit-shlokas-on-karma
श्रीमद् भागवत गीता श्लोक

Sanskrit shlokas on karma | कर्म पर संस्कृत में श्लोक

Sanskrit shlokas on karma | कर्म पर संस्कृत में श्लोक  यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत। अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्॥ हिंदी अर्थ: हे भारत! जब-जब धर्म की हानि और अधर्म का उदय होता है, तब-तब मैं स्वयं को सृष्टि करता हूँ।  कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन। मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि॥ हिंदी अर्थ: तुम्हारा अधिकार कर्म करने में ही है, फलों

महापुरुषांचे प्रेरणादायी विचार संस्कृत श्लोक मध्ये

Kavi Kalash Shlok | कवी कलश श्लोक 5

Kavi Kalash Shlok | कवी कलश श्लोक 5 श्लोक 1 सद्वृत्तात्मविमानेयं, व्रतशीलधृतिः। त्रैलोक्ये श्रीशिवाचार्य, राज्ञां श्रेष्ठतमोऽभवत्॥ हिंदी अर्थ: यह सद्वृत्त, आत्मनिष्ठ, व्रतशील और धैर्यवान राजा त्रैलोक्य में श्रेष्ठतम शिवाचार्य कहलाता है। मराठी अर्थ: हे सद्वृत्त, आत्मनिष्ठ, व्रतशील आणि धैर्यवान राजा त्रैलोक्यात श्रेष्ठ शिवाचार्य म्हणून ओळखले जातात. श्लोक 2 श्रीमान् योगिराजः श्रीसहजानन्दभगवान् जगतां पतिः। श्रीशिवाजिनृपः सद्भक्तजनमंगलकारकः॥

श्रीमद् भागवत गीता श्लोक

Lingashtakam | लिंगाष्टकम्

Lingashtakam | लिंगाष्टकम् लिंगाष्टकम – श्लोक १: ब्रह्ममुरारिसुरार्चितलिङ्गं निर्मलभासितशोभितलिङ्गम्। जन्मजदुःखविनाशकलिङ्गं तत्प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम्॥ Hindi Meaning: ब्रह्मा, विष्णु और देवताओं द्वारा पूजित लिंग, जो निर्मल और प्रकाशमान है, जन्म और दुख को नष्ट करने वाला, उस सदा शिव लिंग को प्रणाम। Marathi Meaning: ब्रह्मा, विष्णू आणि देवतांनी पूजलेले लिंग, जे निर्मळ आणि प्रकाशमान आहे, जन्म आणि दुःख

Shiv Panchakshara
स्तोत्र

Shiv Panchakshara Stotram | शिव पंचाक्षर स्तोत्रम् 5

Shiv Panchakshara Stotram | शिव पंचाक्षर स्तोत्रम् 5 शिव पंचाक्षर स्तोत्रम् – श्लोक १: नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय भस्माङ्गरागाय महेश्वराय। नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय तस्मै नकाराय नमः शिवाय॥ Hindi Meaning: नागराज को हार के रूप में धारण करने वाले, तीन नेत्रों वाले, भस्म को शरीर पर मलने वाले, महेश्वर, नित्य, शुद्ध, दिगम्बर (जो दिशाओं को वस्त्र के रूप

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