Dharm Shlok sanskrit | धर्म पर श्लोक
Dharm Shlok sanskrit | धर्म पर श्लोक सुखार्थं सर्वभूतानां मताः सर्वाः प्रवृत्तयः । सुखं नास्ति विना धर्मं तस्मात् धर्मपरो भव ॥ सब प्राणियों की प्रवृत्ति सुख के लिए होती है, (और) बिना धर्म के सुख मिलता नहि । इस लिए, तू धर्मपरायण बन । Dharm Shlok sanskrit अथाहिंसा क्षमा सत्यं ह्रीश्रद्धेन्द्रिय संयमाः । दानमिज्या तपो […]