श्रीरामाची आरती अर्थासह | Aarti of Shri Ram

श्रीरामाची आरती अर्थासह | Aarti of Shri Ram उत्कट साधुनी शिळा सेतू बांधोनी । लिंगदेह लंकापुरी विध्वंसूनी ।   कामक्रोधादिक राक्षस मर्दूनी । देह अहंभाव रावण निवटोनी ॥ १ ॥ Aarti of Shri Ram जय देव जय देव निजबोधा रामा । परमार्थे आरती, सद्भावे आरती, परिपूर्णकामा ॥धृ०॥ Aarti of Shri RamAarti of Shri RamAarti of Shri … Continue reading श्रीरामाची आरती अर्थासह | Aarti of Shri Ram